Candlestick Pattern और Chart Pattern समझते हुए हमने उसमें बहुत बार Support and Resistance की बात की है, लेकिन सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या होते हैं यह हमने समझा नहीं था इस अध्याय में हम सपोर्ट कर रजिस्टेंस के बारे में डिटेल्स में जानेंगे।

Support and Resistance

Support and Resistance

Support and Resistance की मदद से ट्रेडर Entry Point और Target निकाल सकता है। सपोर्ट चार्ट में वो पॉइंट दिखाता है जहां से मार्केट में सबसे ज्यादा Buying हुई है और Resistance हमें यह पॉइंट दिखाता है जहां से मार्केट में सबसे ज्यादा Selling हुई है। सपोर्ट और रेजिस्टेंस के लिए यह बात महत्वपूर्ण नहीं है कि कितनी बार Support या Resistance से रिजेक्शन मिला है। एक बार भी रिजेक्शन मिला हो तो भी वो प्राइस Support या Resistance हो सकता है। वैसे पिछले दिन का हाय भी Resistance का काम कर सकता है और पिछले दिन का Low भी Support काम कर सकता है।

Resistance

शेयर मार्केट में Resistance प्राइस को ऊपर जाने से रोकता है। Resistance शब्द का हिंदी में मतलब ही रोकना होता है। Resistance Level कभीभी तत्काल चल रही है प्राइस के ऊपर ही होता है।
Resistance in Trading



ऊपर दिए गए निफ्टी के चार्ट में हम देख सकते हैं जो 17205 पर लाइन बनाई है वहां तक प्राइस जाता है और वहां से नीचे गिरने लगता है तो इसी लेवल को हम Resistance मानेंगे। क्योंकि यहां से ज्यादातर Selling का प्रेशर आता है। अगर आप Chart पर ध्यान से देखोगे तो जैसे ही प्राइस 17205 तक गया है वहां से नीचे गिरा है क्योंकि इस लेवल पर ज्यादातर Selling Pressure बना है मतलब जो Buyers हे उनका प्रभाव यहां पर कम होता है और जो से Sellers हे उनका प्रभाव बढ़ जाता है। 
    अगर हम नीचे कहीं बाय एंट्री लेते हैं तो इसी Resistance Level को हम Target Point के लिए यूज कर सकते हैं।और इसी Resistance Level का उपयोग करके हम नया ट्रेड भी ले सकते हैं। अगर प्राइस नीचे से ऊपर की ओर आता है और इसी Resistance Level से हमें कोई Bearish Signal मिलता है जैसी की कोई Candlestick Patterns या Chart Pattern हम वहां पर Short Sell सेल करेंगे और टारगेट रखेंगे नीचे आने वाले किसी Support Level का।
 

Support

Resistance के बारे में तो हमने समझा लेकिन Support क्या होता है इसके बारे में समझते है। सपोर्ट यह बिल्कुल Resistance के ऑपोजिट होता है। Support कभीभी तत्काल चलती हुई प्राइस के नीचे ही होता है। सपोर्ट प्राइस को गिरने से बचाता है, सपोर्ट का हिंदी में मतलब ही होता है की किसी चीज को सहारा देना या उसे नीचे जाने से रोकना।सपोर्ट लेवल हमे वो पॉइंट दर्शाता है जहां से ज्यादा से ज्यादा Buying हो चुकी हो।
Support in Trading



ऊपर दिए हुए निफ्टी के चार्ट में आप देख सकते हैं कि प्राइस जैसे ही ऊपर से नीचे आता है तो 16915 का लेवल उसे नीचे गिरने नहीं देता और वहां से मार्केट वापस ऊपर चला जाता है। इसी लेवल को हम Support मानेंगे क्योंकि यह प्राइस को गिरने नहीं देता नीचे से सपोर्ट देता है। अगर हम ऊपर किसी लेवल पर Short Sell के लिए Entry लेते हैं तो हम Target के लिए 16915 का यूज कर सकते हैं।और कुछ लोग इस लेवल को Buying पॉइंट के लिए भी यूज करते हैं। जैसे ही Support Level पर आपको कोई Bullish Signal मिलता है जैसे की कोई Chart Pattern या फिर कोई Candlestick Pattern जो Bullish Signal देता हो बनते ही Buy कर लेते हैं और अच्छा खासा प्रॉफिट करते हैं। 

Support और Resistance कैसे निकालते हैं?

    हमने अब तक Support Resistance के बारे में जाना है कि वह क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं। लेकिन अब बारी आती है यह जानने कि की उसे हमें कैसे निकालना है।सपोर्ट और रजिस्टेंस निकालना बहुत ही आसान है। किसी भी शेअर के Chart आपको ध्यान से देखना है कि कोई ऐसी प्राइस है जहां से मार्केट बार-बार नीचे की तरफ गिर रहा है, अगर गिर रहा है तो उस प्राइस के ऊपर आपको एक Horizontal Line ड्रॉ करनी है और यह हो जाएगा हमारे लिए Resistance हम ट्राय करेंगे इसके Basis पर Trade करने का। 
    अब सपोर्ट ड्रॉ करने के लिए आपको एक ऐसी प्राइस देखनी है जहां से मार्केट बार-बार ऊपर जाता है उसी प्राइस के नीचे हमें एक Horizontal Line ड्रॉ कर लेनी है यह हमारे लिए हो जाएगा Support और इसके Basis पर हम ट्राय करेंगे Trade करने का।
    इन दोनों की मदद से हम ट्रेड करके शेयर मार्केट या किसी भी Trading मार्केट में अच्छा खासा प्रॉफिट बना सकते हैं। 

Support and Resistance Indicator

    सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के लिए बेस्ट इंडिकेटर कौन सा है? यह सवाल इंटरनेट पर बार-बार पूछा जाता है। तो मेरे हिसाब से मैं आपको बताता हूं कि शेयर मार्केट में Pivot नाम का Indicator Support and Resistance का काम करता हे। यह इंडिकेटर Chart पर पिछ्ले दिन के Price Action के हिसाब से Automatic Support and Resistance लेवल ड्रॉ कर देता है।

Conclusion:

    दोस्तों इस लेख में हमने समझा कि सपोर्ट और रजिस्टेंस क्या होते हैं और वह किस तरह से काम करते हैं। इन्हीं का यूज करके हम कैसे Entry Point और Target Point निकाल सकते हैं। वैसे देखा जाए तो शेयर मार्केट में सब खेल सपोर्ट और रजिस्टेंस का ही होता है। अगर आप सपोर्ट और रजिस्टेंस को अच्छे से समझ कर शेयर मार्केट में या किसी भी ट्रेडिंग मार्केट में ट्रेड करोगे तो आप बिल्कुल एक प्रॉफिटेबल ट्रेडर बन सकते हो।

FAQ:

1) पहले कैसे पता करें किसी शेयर का प्राइस ऊपर जाएगा कि नीचे?
Ans: शेअर उपर जाएगा कि नीचे ये बात पहले ही जानने के लिए आपको देखणा होगा की Price किस तरह से मूवमेंट कर रहा हे और किसी Support या Resistance Level पर कुछ Bullish या Bearish Signal दे रहा हे क्या अगर यह आपको समझ आये तो आप पहले ही जानोगे की मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे।

2) निफ्टी में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल कैसे पता करें?
Ans: शेयर मार्केट में किसी भी Stock के लिए, Nifty Support and Resistance या Bank Nifty Support and Resistance पता करने का एक ही तरीका है। आपको Chart पर देखना होगा के किसी प्राइस से बार-बार अगर मार्केट नीचे गिर रहा है तो वह प्राइस लेवल Resistance का काम करेगी और अगर किसी लेवल से बार-बार मार्केट ऊपर की ओर चला जा रहा है तो वह प्राइस लेवल Support का काम करेगी।

3) भारत में नंबर 1 शेयर बाजार कौन है?
Ans: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange)भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। जिसे हम शॉर्ट मे NSE कहते है।

4) एक लॉट में कितने शेयर होते है?
Ans: निफ्टी (Nifty) के एक लॉट में 50 शेयर होते हैं और बैंक निफ्टी (Bank Nifty)के एक लॉट में 25 शेयर होते हैं।

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