Chart Patterns
Chart Pattern का ट्रेडिंग में एक महत्वपूर्ण स्थान है। जैसे हमने Candlestick Pattern सीखे, अब उसके ही एक स्टेप आगे हम Candlestick Chart Pattern Hindi मे सीखेंगे। Chart Pattern साधारणता 3 टाइप के होते हैं। Reversal Chart Pattern, Continuation Chart Pattern और Neutral Chart Pattern। कुछ Bullish Chart Pattern होते है तो कुछ Bearish Chart Pattern होते है। Chart Patterns किसी भी Time Frame पर बन सकते हैं।अगर आप एक Intraday Trader है तो आप उसे 5 मिनट, 3 मिनट, 10 मिनट या फिर 15 मिनट के Time Frame पर देख सकते हो और अगर आप एक Investor या Swing Trader हो तो आप उसे १दिन के १ हफ्ते के Time Frame पर भी देख सकते हो। इन सब पैटर्न की मदद से हम Trend को आईडेंटिफाई कर सकते है। और इसी के मदद से हम पता लगा सकते हैं कि मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे। तो चलिए जानते हैं कि Trading मे Chart Pattern Analysis करके हम किस तरह से पैसा कमा सकते हैं।#1.Reversal Chart Patterns (Reversal Chart Patterns in Hindi)
Reversal Chart Pattern वो Chart Pattern होते हैं जो Trend रिवर्स होने के टाइम बनते हैं। जब मार्केट में तेजी होती है तब मंदी शुरू होने के टाइम Reversal Chart Pattern बनते हैं। इसीलिए इन्हे Trend Reversal Chart Pattern भी बोला जाता है । समझो अगर Downtrend चल रहा है और Price नीचे जाकर किसी सपोर्ट पर एक चार्ट पेटर्न बनता है और वहां से मार्केट Uptrend में चला जाता है। तो वहां पर जो Pattern बनेगा उसी Chart Pattern को हम रिवर्सल चार्ट पेटर्न कहते हैं। तो चलिए रिवर्सल चार्ट पेटर्न में जो सबसे ज्यादा बनने वाले Chart Pattern के बारे में जानते हैं।1). Double Top
Double Top Chart Pattern एक Bearish Reversal Chart Pattern है। Uptrend में बनने वाले इसी Chart Pattern को ‘M’ Pattern (एम पैटर्न) भी बोला जाता है। जैसे Double Top Pattern होता है उसी तरह अगर एक और टॉप ज्यादा बन जाए तो उसे हम Triple Top Pattern भी कहते हैं।जब मार्केट में Uptrend चल रहा होता है उसी वक्त किसी Resistance से प्राइस नीचे जाना शुरु होती है और फिर उसे किसी सपोर्ट से Rejection मिलकर वापस से Uptrend में जाकर फिरसे Resistance को छुकर नीचे आती है और नीचे जाकर Neckline तक जाती है तब जाकर डबल टॉप पाटन बनता है।
Entry, Stop Loss & Target:
उपर की डायग्राम के जैसे Neckline ब्रेक होगी और प्राइस Retest करने के लिए वापस आएगा और रिजेक्ट होगा तब आपको वहां पर Short Sell के लिए Entry करनी है। स्टॉपलॉस आपका Retest के वक्त जीस Candle से रिजेक्शन मिला है बिल्कुल उसी के ऊपर रहेगा। Target के लिए Resistance और Neckline के बीच में जो Distance है उसी Distance का टारगेट आप नीचे की ओर रख सकते हैं।
2). Double Bottom
Double Bottom Chart Pattern बिल्कुल Double Top चार्ट पेटर्न के ऑपोजिट Chart Pattern है। यह एक Bullish Reversal Chart Pattern है। यह Downtrend में बहुत अच्छे तरीके से वर्क करता है। अगर इसी में एक Bottom और बन जाए तो उसे हम Triple Bottom Pattern भी कहते हैं।जब मार्केट में Downtrend चल रहा होता है और किसी सपोर्टसे Price रिवर्स होकर वापस Uptrend में जाना शुरु होती है और ऊपर जाकर किसी Resistance से नीचे आकर जो पहले सपोर्ट बना था वहीं से वापस Uptrend में जाना शुरु होती है तब Double Bottom Pattern बनता है।
Entry, Stop Loss & Target:
Double Bottom Pattern में एंट्री लेने के लिए जब कभी नेक लाइन Break होगी और उसके बाद प्राइस ऊपर जाकर वापस Retest के लिए नीचे आकर Reject होगी उसी जगह आपको Buy करना है। और जहां से रिजेक्शन मिलेगा उसके नीचे Stop Loss रखकर Support और Neckline के Distance जीतना Target नीचे की और रखना है।
3). Head and Shoulder Pattern
Human के Head and Shoulder जैसे दिखने वाला Pattern है इसीलिए इसे Head and Shoulder Chart Pattern कहा जाता है। Head and Shoulder Pattern यह Bearish Reversal Chart Pattern है। Head and Shoulder Chart Pattern यह Uptrend में अच्छा वर्क करता है। जब भी मार्केट में Uptrend चल रहा होता है और उसी दौरान अगर Head and Shoulder Pattern बने तो मार्केट वहां से Trend चेंज करके Downtrend में चला जाता है।Head and Shoulder Pattern यह Double Top Chart Pattern और Double Bottom Chart Pattern से भी ज्यादा पावरफुल चार्ट पेटर्न है।
Entry, Stop Loss & Target:
ऊपर दी गई डायग्राम के अनुसार Neckline ब्रेक होने के बाद जब प्राइस Retest के लिए Neckline पास आएगा और वहां से Reject होकर वापस नीचे की ओर जाने लगेगा तो आपको Short Sell के लिए एंट्री लेनी है और आपका जो स्टॉपलॉस है वह बिल्कुल रिजेक्शन वाली Candle के ऊपर रहेगा। टारगेट के लिए आप जो भी नेकलाइन और हेड के बीच का डिस्टेंस है उसी डिस्टेंस का नीचे की ओर टारगेट रख सकते हैं।
4). Inverse Head and Shoulder Pattern
Inverse Head and Shoulder Pattern यह एक Bullish Reversal Chart Pattern है। ईसे Inverted Head and Shoulder Pattern भी कहा जाता है। यह बिल्कुल Head and Shoulder Pattern के ऑपोजिट का पैटर्न है।Inverse Head and Shoulder Pattern यह सब Reversal Pattern में से मोस्ट पावरफुल Chart Pattern है। यह पैटर्न हेड एंड शोल्डर पैटर्न से भी ज्यादा पावरफुल पैटर्न है।
Entry, Stop Loss & Target:
ऊपर दी गई डायग्राम के अनुसार Neckline ब्रेक होने के बाद जब प्राइस Retest के लिए Neckline पास आएगा और वहां से Reject होकर वापस नीचे की ओर जाने लगेगा तो आपको Buy के लिए एंट्री लेनी है और आपका जो स्टॉपलॉस है वह बिल्कुल रिजेक्शन वाली Candle के नीचे रहेगा। टारगेट के लिए आप जो भी नेकलाइन और हेड के बीच का डिस्टेंस है उसी डिस्टेंस का उपर की ओर टारगेट रख सकते हैं।
5). Rising Wedge
Rising Wedge एक ऐसा रिवर्सल पैटर्न है जो आपको चार्ट पर ढूंढने में बहुत मुश्किल है। यह पैटर्न चार्ट पर बहुत कभी-कभी बनता है। यह एक Bearish Reversal Chart Pattern है। Rising Wedge Pattern एक Uptrend में बनने वाला चार्ट पैटर्न है।इसमें आप देख सकते हैं कि प्राइस बिल्कुल Slowly ऊपर जा रहा है मतलब Sellers पावरफुल होते जा रहे हैं Buyers के मुकाबले। और जैसे ही Wedgeब्रेक होगा तो प्राइस बहुत फास्ट नीचे जाने लगेगी।
Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Rising Wedge को नीचे की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल रिजेक्शन वाली कैंडल के ऊपर। टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
6). Falling Wedge
Falling Wedge एक ऐसा रिवर्सल पैटर्न है जो आपको चार्ट पर ढूंढने में बहुत मुश्किल है। यह पैटर्न चार्ट पर बहुत कभी-कभी बनता है। यह एक Bullish Reversal Chart Pattern है। Falling Wedge Pattern एक Downtrend में बनने वाला चार्ट पैटर्न है।इसमें आप देख सकते हैं कि प्राइस बिल्कुल Slowly नीचे जा रहा है मतलब Buyers पावरफुल होते जा रहे हैं Sellers के मुकाबले। और जैसे ही Wedgeब्रेक होगा तो प्राइस बहुत फास्ट ऊपर जाने लगेगी।
Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Falling Wedge को नीचे की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल रिजेक्शन वाली कैंडल के नीचे। टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
#2.Continuation Chart Patterns (Continuation Chart Patterns in Hindi)
Continuation Chart Patterns इनके नाम से ही हमे पता चलता हे की यह Trend को Continue रखते है। मतलब अगर कीसी Stock की Price उपर जा रही हो और आपको लगता है की अब ये Reverse होगी लेकीन अगर यह Chart Pattern बन जाये तो यह Confirm हो जाता है की Price उपर ही जाती रहेगी। Continuation Chart Patterns के ज्यादातर दिखने वाले Patterns मे Rectangle Pattern, Flag Pattern, Symmetrical Triangle Pattern और Cup and Handle Pattern है।1). Bullish Rectangle
Bullish Rectangle Pattern मे आपको Double Bottom Pattern जैसा दिख रहा होगा लेकिन Double Bottom Pattern मे और Bullish Rectangle Pattern मे फरक होता है की Double Bottom Pattern के वक्त शेअर पेहले Downtrend मे होता हे और Double Bottomबनने के बाद वह Uptrend मे चला जाता है। लेकिन Bullish Rectangle Patternमे शेअर पेहले से ही Uptrend मे होता है और Bullish Rectangle Patternबनने के बाद वहा से और उपर चला जाता है।Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Bullish Rectangle को उपर की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के नीचे। टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
2). Bearish Rectangle
Bearish Rectangle Pattern बिल्कुल Bullish Rectangle Pattern का Apposite Pattern है। Bearish Rectangle Pattern मे शेअर पेहले से ही Downtrend मे होता है और Bearish Rectangle Pattern बनने के बाद वहा से और नीचे चला जाता है।Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Bearish Rectangle को नीचे की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के ऊपर। टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
3). Bullish Flag
झंडे के आकार सा दिखने वाला Pattern है इसलिये इसे Flag Pattern केहते है। और जो Uptrend मे बनता है उसे हम Bullish Flag Pattern केहते है। जब किसि शेअर कि कीमत बढ रहि होती है और किसी Resistance Level से वह एक Flag के अंदर Consolidate होती है और Flag को Break करके उपर चली जाती है। यह Bull Flag Pattern आपको Chart पर बोहोत बार देखने को मिलेगा।Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Flag को उपर की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के नीचे। टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
4). Bearish Flag
झंडे के आकार सा दिखने वाला Pattern है इसलिये इसे Flag Pattern केहते है। और जो Uptrend मे बनता है उसे हम Bearish Flag Pattern केहते है। जब किसि शेअर कि कीमत बढ रहि होती है और किसी Support Level से वह एक Flag के अंदर Consolidate होती है और Flag को Break करके नीचे चली जाती है। यह Bear Flag Pattern आपको Chart पर बोहोत बार देखने को मिलेगा।Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Flag को नीचे की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के उपर। टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
5). Bullish Symmetrical Triangle
Symmetrical Triangle Pattern ज्यादातर बडे Time Frame पर बनता है। Symmetrical Triangle की मदत आपको Swing Trade और Long Term के लिये होगी। अगर यह आपको Small Time Frame पर देखने मिलता है तो उसे Pennant Pattern केहते है। ईन दोनो मे बस Distance का फरक होता है। अगर यह Uptrend मे बनता है तो उसे हम Bullish Pennant Pattern केहते है और अगर अगर यह Downtrend मे बनता है तो उसे हम Bearish Pennant Pattern केहते है|जब Bullish Symmetrical Triangle बनता है, शेअर Uptrend मे होता है। किसी Resistance से नीचे आकर वापस Support बनाकर उपर जाता है और ऐसे ही एक Symmetrical Triangle के बीच मे Consolidate होकर उपर की तरफ Break होता है और फिर ज्यादा उपर चला जाता है।
Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Symmetrical Triangle को उपर की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के नीचे। टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
6.) Bearish Symmetrical Triangle
जब Bearish Symmetrical Triangle बनता है, शेअर Downtrend मे होता है। किसी Support से नीचे आकर वापस Resistance बनाकर उपर जाता है और ऐसे ही एक Symmetrical Triangle के बीच मे Consolidate होकर नीचे की तरफ Breakहोता है और फिर ज्यादा नीचे चला जाता है।Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Symmetrical Triangle को नीचे की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के उपर । टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
7). Cup & Handle
Cup & Handle Pattern यह एक कप की तरह दिखाई देता है। इसमे कीमत एक ‘U’ Shape मे Consolidate होती है और Resistance के पास आकर एक Handle कि तरह Shape बनाकर अगर Resistance को Break करती है तो वह Bullish Cup & Handle Pattern होता है।Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Resistance को उपर की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के नीचे । टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
8). Reverse Cup & Handle
Reverse Cup and Handle Pattern यह एक उलटे कप की तरह दिखाई देता है। इसलिये इसे Inverted Cup and Handle भी केहते है। इसमे कीमत एक Inverted ‘U’ Shape मे Consolidate होती है और Resistance के पास आकर एक Handle कि तरह Shape बनाकर अगर Support को Break करती है तो वह Bearish Cup & Handle Pattern होता है।Entry, Stop Loss & Target:
जब भी प्राईस Support को नीचे की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के उपर । टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
जब भी प्राईस Support को नीचे की ओर ब्रेक करेगी हमें Retest के बाद एंट्री लेनी है। और स्टॉप लॉस रहेगा बिल्कुल Retest मे बनने वाली रिजेक्शन कैंडल के उपर । टारगेट के लिए आप 1:2 या फिर 1:3 का रिस्क के हिसाब से टारगेट रख सकते हैं।
#3.Neutral Chart Patterns (Neutral Chart Patterns in Hindi)
Neutral Chart Pattern जो की हमें दोनों तरफ का ट्रेड दे सकते हैं। मतलब कि यह Chart Pattern बनने के बाद प्राइस अगर ऊपर की तरफ ब्रेक होगी तो हमें बाय ट्रेड मिलेगा और अगर प्राइस नीचे की तरफ ब्रेक होगी तो हमें शॉर्ट सेल का ट्रेड मिलेगा।Neutral Chart Pattern के अंदर हमें ज्यादातर Ascending Triangle Pattern और Descending Triangle Pattern देखने मिलते है।1). Ascending Triangle:
Ascending Triangle जो कि 1 Neutral Chart Pattern है इसमें प्राइस को एक Horizontal Level से Resistance मिलता रहता है लेकिन Support पहले Support से थोड़ा ऊपर का मिलता है। मतलब की प्राइस Support साइड में Higher Low बनाते हुए चलती है।जिसके नीचे हम Trend Line ड्राॅ करें तो हमें वह Ascending Triangle की शेप में दिखती है।Ascending Triangle Pattern ब्रेक ऊपर की साइड ज्यादा होने के चांसेस होते हैं। लेकिन यह दोनों तरफ भी ब्रेकआउट दे सकता है, इसलिए यह Neutral Chart Pattern में शामिल होता है।
2). Descending Triangle:
Descending Triangle जो कि 1 Neutral Chart Pattern है इसमें प्राइस को एक Horizontal Level से Support मिलता रहता है लेकिन Resistance पहले Resistance से थोड़ा नीचे का मिलता है। मतलब की प्राइस Resistance साइड में Lower High बनाते हुए चलती है। जिसके उपर हम Trend Line ड्राॅ करें तो हमें वह Descending Triangle की शेप में दिखती है। Descending Triangle Pattern ब्रेक नीचे की साइड ज्यादा होने के चांसेस होते हैं। लेकिन यह दोनों तरफ भी ब्रेकआउट दे सकता है, इसलिए यह Neutral Chart Pattern में शामिल होता है।Conclusion:
दोस्तो इस लेख मे हमने जाना की Chart Patterns कोन कोन से होते है और इनके प्रकार कोनसे होते है। मे आशा करता हू की आपको सब Chart Pattern अच्छे से समज आये हो। आप रिवर्सल चार्ट पैटर्न (Reversal Chart Pattern), कंटीन्यूएशन चार्ट पैटर्न (Continuation Chart Pattern) और न्यूट्रल चार्ट पैटर्न (Neutral Chart Pattern) की मदत से शेअर मार्केट मे अच्छा प्रोफिट कर सकते है।FAQ:
1) शेयर मार्केट में चार्ट पेटर्न कैसे पढ़ते हैं?Ans: शेअर मार्केट मे Chart Pattern पढने के लिए आपको पेहले Chart Pattern के प्रकार कितने और कैसे होते है इसके बारे मे सिखना होगा।उसके बाद जब आप Chart देखोगे तो आपको खुद-ब-खुद Chart Pattern दिखने लगेंगे। और आप इनकी मदत से Share Market मे Profit भी कर सकेंगे।
2) सबसे बेस्ट चार्ट पेटर्न कौन सा है?
Ans: शेअर मार्केट मे Double Top और Double Bottom Chart Pattern सबसे बेस्ट है। यह एक Reversal Chart Pattern है। जब भी यह Pattern चार्ट पर बनते है मार्केट का ट्रेंड चेंज हो जाता है। इस की मदत से आप एक रेवेर्सल ट्रेड पकडकर कम स्टॉपलॉस मे अच्छा प्रोफिट कर सकते है।
3) चार्ट पैटर्न कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: चार्ट पैटर्न ३ प्रकार के होते हैं -
- रिवर्सल चार्ट पैटर्न (Reversal Chart Pattern)
- कंटीन्यूएशन चार्ट पैटर्न (Continuation Chart Pattern)
- न्यूट्रल चार्ट पैटर्न (Neutral Chart Pattern)
4) चार्ट पैटर्न का अर्थ क्या है?
Ans: किसी शेअर के चार्ट पर प्राइस अगर कोई Pattern बनाती है, तो उसी को चार्ट पैटर्न केहते है।
और इन्ही चार्ट पैटर्न की मदत से हम यह पेहले ही पता कर सकते हे की शेअर का प्राइस उपर जायेगा या नीचे।
Ans: किसी शेअर के चार्ट पर प्राइस अगर कोई Pattern बनाती है, तो उसी को चार्ट पैटर्न केहते है।
और इन्ही चार्ट पैटर्न की मदत से हम यह पेहले ही पता कर सकते हे की शेअर का प्राइस उपर जायेगा या नीचे।
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